मेरे स्नेही जन

Thursday, May 2, 2013

मेरा भैया

 मेरा भैया
     

मेरा भैया सबसे प्यारा

गोलू-मोलू न्यारा-न्यारा

बाँहों के झूले में उसे झुलाती

गीत चंदा का गाकर उसे सुलाती

सब की आँखों का,है वो तारा

मेरा भैया सबसे प्यारा ....

होठ घुमा घुमा कर वो बतियाता

अंगु-अंगु कह कर मुझे हँसाता

अनबुझ शब्दों का,है वो पिटारा

मेरा भैया सबसे प्यारा ....

चमकीली गोल-गोल मुस्काती आँखें

नन्हें होठ जैसे हों संतरे की फाँकें

हम सबका है, वो दुलारा

मेरा भैया सबसे प्यारा....

ईश्वर से मैंने भैया माँगा था

ऐसा ही भैया ,मैंनें चाहा था

निर्मल पावन प्यार हमारा

मेरा भैया सबसे प्यारा

गोलू-मोलू न्यारा-न्यारा

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महेश्वरी कनेरी